नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक व्यक्ति युवक को पकड़े हुए यह कहते हुए नजर आ रहा है कि ये एक 12-13 साल की बच्ची के साथ नग्न अवस्था में पकड़ा गया है। वीडियो को सांप्रदायिक रंग देते हुए शेयर कर यूजर दावा कर रहे हैं कि पकड़ा गया युवक मुस्लिम और बांग्लादेशी घुसपैठिया है।

विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल किया जा रहा सांप्रदायिक दावा फर्जी है। यह मामला पिछले दिनों उत्तराखंड के चमोली में सामने आया था। हालांकि, इसमें पकड़े गए आरोपी युवक का नाम अर्जुन है। इस मामले में कोई भी हिंदू-मुस्लिम एंगल नहीं है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

इंस्टाग्राम यूजर ‘डिजिटल सन्यासी’ ने वायरल पोस्ट को 14 अगस्त को शेयर करते हुए लिखा, “दोस्तों, यह व्यक्ति मीठी-मीठी बातें करके लड़कियों को अपने साथ ले जाता है। ऐसे लोगों से सावधान रहें और इन्हें देखते ही गाँव में प्रवेश न करने दें। आज यह किसी की बेटी को ले गया, कौन जानता है कल आपकी बेटी को ले जाए। इसलिए सतर्क रहें, सावधान रहें और ऐसे लोगों को तुरंत रोकें।” वहीं वीडियो में लिखा है, “यह बांग्लादेशी @#%@$ आये हैं भारत।”

वीडियो को सामान्य मिलते-जुलते दावे के साथ सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर भी शेयर किया जा रहा है। यूजर ने वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है, “मामला उत्तराखंड के चमोली जनपद के कर्णप्रयाग में यह विधर्मी छोटी छोटी हिंदू बच्चियों को बहला फुसलाकर ले जा रहा था … यह तो महादेव की कृपा थी की कुछ अनहोनी होने से पहले इसको पकड़ लिया उसके बाद ठीक से इलाज किया गया !!”

पड़ताल

अपनी पड़ताल को शुरू करते हुए सबसे पहले हमने की- वर्ड के जरिए गूगल न्यूज सर्च किया। सर्च किए जाने पर ‘हिमालय की आवाज’ नाम की वेबसाइट पर इस मामले से जुड़ी खबर मिली। 08 अगस्त 2025 की खबर के अनुसार, 8 अगस्त 2025 को उत्तराखंड के चमोली जिले के कर्णप्रयाग थाना क्षेत्र में एक मामला सामने आया जहां एक नाबालिग लड़की को उसके स्कूल जाते समय अर्जुन कुमार (21 वर्ष) बहलाकर भैरव मंदिर कोल्सों के पास एक कमरे में ले गया और उसके साथ यौन उत्पीड़न किया। जब लड़की स्कूल नहीं पहुंची तो परिवारवालों ने तलाश शुरू की और उसे अर्जुन के साथ आपत्तिजनक हालत में पाया। वहीं इस मामले में पुलिस ने पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है।

इसी बुनियाद पर हमने अपनी पड़ताल को आगे बढ़ाया और हमें चमोली पुलिस, उत्तराखंड के ऑफिशियल एक्स हैंडल पर इस मामले से जुड़ी अपडेट मिली। जानकारी के अनुसार, युवक को गिरफ्तार कर लिया गया है।

‘चमोली उत्तराखंड पुलिस’ नाम के फेसबुक पेज पर इस मामले से जुड़ी दी गई विस्तृत जानकारी के अनुसार, “पीड़िता द्वारा स्पष्ट रूप से बताया गया कि अर्जुन कुमार ने उसे स्कूल जाते समय रास्ते में बहला-फुसलाकर व डराकर अपने साथ ले गया और एकांत स्थान पर उसके साथ छेड़छाड़ व जबरदस्ती की। मामले की संवेदनशीलता और गंभीरता को देखते हुए तत्काल थाना कर्णप्रयाग में मुकदमा अपराध संख्या 42/2025, अंतर्गत धारा 75(2)/96/351(2) भारतीय न्याय संहिता (BNS) एवं 7/8 पोक्सो अधिनियम के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया। प्रकरण में नामजद अभियुक्त अर्जुन कुमार पुत्र श्री बिजेन्द्र लाल को गिरफ्तार किया गया है।”

वहीं, इस मामले में उत्तराखंड पुलिस का हमें खंडन भी मिला। पोस्ट में लिखा है, “अफवाहों से बचें, सच जानें। 08 अगस्त को चमोली के थाना कर्णप्रयाग क्षेत्र में नाबालिग से जुड़े मामले में अभियुक्त अर्जुन (उम्र 21 वर्ष) को बीएनएस एवं पोक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज कर उसी दिन गिरफ्तार करते हुए जेल भेज दिया गया था। वायरल हो रहा वीडियो इसी घटना से जुड़ा है, लेकिन चमोली पुलिस ने तत्काल कार्यवाही उसी दिन कर दी थी।”

वायरल वीडियो से जुड़ी पुष्टि के लिए हमने चमोली के पुलिस अधीक्षक सर्वेश पंवार से संपर्क किया। उन्होंने हमें उन्होंने पुष्टि करते हुए कहा, “ये मामला हिंदू-मुस्लिम से जुड़ा नहीं था और न ही बांग्लादेशी घुसपैठिया से कोई लेना देना है। लोगों को इस तरह की अफवाहों को फैलाने से बचना चाहिए।”

अब बारी थी फर्जी पोस्ट को शेयर करने वाली इंस्टाग्राम यूजर की सोशल स्कैनिंग करने की। हमने पाया कि यूजर को 1343 लोग फॉलो करते हैं।

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