बिलासपुर, 28 सितंबर 2025 — लक्षीराम ऑडिटोरियम, बिलासपुर में 31 अगस्त 2025 को हुए “LGNS Crypto Seminar” को लेकर बड़ा सवाल उठ गया है। पुलिस कार्रवाई और आयोजकों की अनुमति संबंधी विवरण जानने के लिए पुलिस अधीक्षक कार्यालय (बिलासपुर) को एक विस्तृत RTI आवेदन दिया गया है।
RTI की मुख्य माँगें:
– क्या आयोजकों ने सेमिनार के लिए पुलिस से पूर्व अनुमति ली थी? यदि हाँ, तो अनुमति पत्र/आदेश की प्रमाणित प्रति दें।
– यदि कार्यक्रम बिना अनुमति हुआ, तो पुलिस की तत्काल कार्रवाई का पूरा ब्योरा दें।
– सेमिनार से 5 व्यक्तियों को सिविल लाइन थाने लाए जाने के संबंध में FIR/डीडी एंट्री, पूछताछ रिपोर्ट, और कानूनी कार्रवाई का विवरण।
– थाना प्रभारी, CSP/ASP/SP द्वारा की गई रिपोर्ट/निर्देशों की प्रतियाँ।
– क्या केस को EOW रायपुर या किसी विशेष प्रकोष्ठ को जांच हेतु अग्रेषित किया गया?
– क्या कोई प्रेस नोट या प्रेस विज्ञप्ति जारी की गई?
क्यों मायने रखता है:
क्रिप्टो और नेटवर्किंग के जरिए “कई गुना रिटर्न” के दावों पर बढ़ती शिकायतों के बीच यह सेमिनार सुर्खियों में रहा। RTI से यह स्पष्ट हो सकता है कि कार्यक्रम कानूनी अनुमतियों के साथ हुआ था या नहीं, मौके पर पुलिस ने कौन-सी कार्रवाइयाँ कीं, और मामला उच्च-स्तरीय एजेंसी को रेफर हुआ या नहीं।
आगे क्या:
RTI अधिनियम-2005 की धारा 6(1) के तहत मांगी गई यह सूचनाएँ अधिकतम 30 दिनों के भीतर उपलब्ध कराई जानी चाहिए। जवाब आने के बाद मामले की नई अपडेट्स सामने आ सकती हैं।
