बिलासपुर से देशभर में फैला घोटाले का जाल, पीड़ितों ने खोला राज़ क्रिप्टो के नाम पर करोड़ों की कमाई का झाँसा देकर 27 करोड़ का घोटाला करने वाली फर्जी कंपनी “Yo-Exchange” अब पूरे छत्तीसगढ़ की सुर्खियों में है। कंपनी के फरार होने के बाद सैकड़ों निवेशक सड़क पर आ गए हैं और पुलिस से कड़ी कार्रवाई की माँग कर रहे हैं। शिकायतकर्ताओं का आरोप है कि कंपनी ने **USDT (क्रिप्टोकरेंसी)** के जरिए रकम ली और हर महीने मोटा मुनाफा देने का लालच दिया। शुरुआत में कुछ लोगों को पैसा लौटाकर विश्वास जमाया गया, लेकिन जब रकम बड़ी हो गई तो कंपनी और उसके एजेंट **गायब** हो गए।
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि जब निवेशकों ने पैसा वापस माँगा तो एजेंटों ने धमकी तक दी “जहाँ शिकायत करनी है कर लो, हमारा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता।”
एजेंटों के नाम आए सामने
इस पूरे घोटाले में स्थानीय एजेंटों के नाम भी सामने आए हैं। पीड़ितों का कहना है कि मनी पटेल, रवि कुमार साहू, और अक्षय कुमार टेकाम ने लोगों से रकम इकट्ठा कर कंपनी तक पहुँचाई और मोटा कमीशन वसूला।
रायपुर से राजनांदगांव तक फैला जाल
यह घोटाला सिर्फ बिलासपुर तक सीमित नहीं रहा। रायपुर, जांजगीर, भिलाई, राजनांदगांव और मुंगेली जैसे जिलों में भी दर्जनों निवेशकों से करोड़ों रुपए वसूले गए।
पुलिस कार्रवाई पर सबकी नज़र
पीड़ितों ने सामूहिक रूप से एसएसपी बिलासपुर को शिकायत सौंपी है और कंपनी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की माँग की है। पुलिस अब इस बड़े घोटाले के **सुराग** जुटा रही है।
👉 **सुराग न्यूज़ की राय:**
यह सिर्फ एक **27 करोड़ का घोटाला** नहीं है, बल्कि आम जनता की मेहनत की कमाई को लूटने की **सुनियोजित साजिश** है। सवाल यह है कि कब तक लोग ऐसे झाँसे में आते रहेंगे और कब तक फर्जी कंपनियाँ पुलिस-प्रशासन की नाक के नीचे खेल खेलती रहेंगी?
