छत्तीसगढ़ अब सिर्फ खनिज और नक्सल इलाकों के लिए ही नहीं, बल्कि देश की राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति का केंद्र भी बनने जा रहा है। 28 से 30 नवंबर 2025 तक नया रायपुर में होने वाला अखिल भारतीय DGP-IGP सम्मेलन ऐतिहासिक माना जा रहा है।

क्या है खास

* पहली बार छत्तीसगढ़ इस सम्मेलन की मेजबानी करेगा।
* गृह मंत्री अमित शाह उद्घाटन सत्र का नेतृत्व करेंगे।
* प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समापन सत्र में शामिल होंगे और सीधा दिशा-निर्देश देंगे।
* देशभर के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के DGPs व IGPs इसमें मौजूद रहेंगे।

 चर्चा के प्रमुख मुद्दे

* आंतरिक सुरक्षा और आतंकवाद विरोधी रणनीति
* नक्सलवाद पर निर्णायक वार्ता, खासकर बस्तर क्षेत्र में हाल की सफलताओं पर समीक्षा
* साइबर अपराध और साइबर सुरक्षा
* ड्रग्स तस्करी रोकथाम और सीमा सुरक्षा
* राज्यों के बीच इंटेलिजेंस और कोऑर्डिनेशन को मजबूत करने पर जोर

 सूराग विश्लेषण

यह सम्मेलन केवल “बैठक” नहीं बल्कि एक नेशनल सिक्योरिटी मास्टर प्लान साबित हो सकता है।

* बस्तर और नक्सल प्रभावित इलाकों में पुलिस व सुरक्षा बलों की नई रणनीति तय होगी।
* साइबर फ्रॉड और ड्रग नेटवर्क पर सख्त कदमों की घोषणा की उम्मीद है।
* स्थानीय स्तर पर छत्तीसगढ़ पुलिस को नई टेक्नोलॉजी और संसाधन मिलने की संभावना है।

सूराग अलर्ट

छत्तीसगढ़ में इस सम्मेलन से न सिर्फ राष्ट्रीय स्तर की रणनीति बनेगी बल्कि राज्य की साख और भूमिका भी मजबूत होगी।
सवाल है:
👉 क्या इस बैठक के बाद नक्सलवाद पर “फाइनल वार” की घोषणा होगी?
👉 क्या छत्तीसगढ़ बनेगा सुरक्षा नीति का नया मॉडल राज्य ?

सूराग न्यूज़ का वादा
हम इस सम्मेलन की हर हलचल, हर रणनीति और हर घोषणा का सीधा और एक्सक्लूसिव अपडेट आप तक पहुँचाएँगे।

 

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