जुलाई 2025 में रायपुर में एक सेमिनार के दौरान Mr. Mint कंपनी के दो निदेशक प्रमोद साहू और राहुल भदोरिया को पुलिस ने दबोचा।आरोप है कि इन दोनों ने निवेशकों को ऊँचे रिटर्न का झांसा देकर फर्जी क्रिप्टो टोकन बेचे और अरबों रुपये की ठगी में सीधा हाथ था।अंबिकापुर से मास्टरमाइंड पकड़ा गयाताज़ा कार्रवाई में मुंबई पुलिस ने अंबिकापुर निवासी बलविंदर सिंह उर्फ बल्ली छाबड़ा को उसके घर से गिरफ्तार किया। बलविंदर पर आरोप है कि वही इस पूरे नेटवर्क का मुख्य मास्टरमाइंड था, जिसने कंपनी का ढांचा खड़ा किया और निवेशकों को झांसे में लिया। घोटाले का पैमाना पूरे देशभर में करीब 1 करोड़ निवेशकों से अरबों रुपये की ठगी।कंपनी ने बनाया नकली एक्सचेंज प्लेटफार्म, जारी किए फर्जी टोकन और दिखाए जाली SEBI/RBI लाइसेंस।पुलिस की कार्रवाईरायपुर और अंबिकापुर की गिरफ्तारियां इस घोटाले की **सबसे बड़ी कड़ियां** मानी जा रही हैं।मामला अब मनी लॉन्ड्रिंग और आर्थिक अपराध की श्रेणी में है।पुलिस अन्य फरार आरोपियों की तलाश में जुटी है।जनता के लिए संदेश यदि किसी ने Mr. Mint में निवेश किया है या जानकारी है तो तुरंत साइबर क्राइम सेल या हेल्पलाइन 1930 पर संपर्क करें।रायपुर में पहली गिरफ्तारी और अंबिकापुर में मास्टरमाइंड की गिरफ्तारी से साफ है कि Mr. Mint घोटाले की सच्चाई धीरे-धीरे सामने आ रही है।
